
बलरामपुर. बलरामपुर जिले की सीमा से सटे जशपुर जिले के बगीचा थाना क्षेत्र अंतर्गत रविवार की शाम आकाशीय बिजली का कहर देखने को मिला. सन्ना तहसील के साप्ताहिक बाजार बुर्जूडीह में आकाशीय बिजली गिरने से 13 लोग इसकी चपेट में आ गए. जिनमें से इलाज के दौरान दो ने दम तोड़ दिया तो वही अस्पताल लाते वक्त एक की मृत्यु हो गई. वही 10 में से दो की हालत गंभीर बनी हुई थी, जिन्हें बेहतर इलाज हेतु अंबिकापुर रेफर किया गया है. दरअसल बता दें कि बुर्जुडीह में रविवार को साप्ताहिक बाजार लगता है और यहां आस-पास के गांव के ग्रामीण बाजार जब पहुंचे हुए थे. उसी दौरान शाम करीब 5:00 बजे तेज आंधी तूफान के साथ बारिश शुरू हुई. बारिश से बचने के लिए ग्रामीण बाजार में ही स्थित एक होटल में छिप गए. लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था. आसमान से ऐसी आफत गिरी की होटल में आकाशीय बिजली गिर गया और इसमें करीब 13 लोग घायल हो गए. घायलों को 108 के माध्यम से पास के ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शंकरगढ़ बलरामपुर लाया गया. जहां बीएमओ डॉ. आफ़ताब आलम के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने घायलों का उपचार शुरू हुआ. लेकिन अस्पताल आते वक्त रास्ते भी एक 16 वर्षीय किशोरी की मौत हो गई. तो वही इलाज के दौरान दो अन्य ने दम तोड़ दिया. आकाशीय बिजली के इस मामले को जिसने भी देखा उसकी आंखें नम हो गई.
1 महीने पहले हुई थी दिलेश्वर की शादी, काल ने परिवार किया बर्बाद बता दें कि आकाशीय बिजली की वजह से दिलेश्वर सोनवानी नाम के जिस युवक की मौत हुई उसकी 1 महीने पहले ही शंकरगढ़ के महुआडीह गाँव में शादी हुई थी. कुदरत का कहर दिलेश्वर के परिवार पर ऐसा गिरा कि भरा-पूरा परिवार ही तबाह हो गया. वही दिलेश्वर उम्र 23 के साथ-साथ ब्रह्मा पिता मंगल उम्र 24 नाम के एक युवक और 12 वर्षीय किशोरी सोनिया भी काल के गाल में समा गए. पिता ने डेड बॉडी की ओर इशारा कर बार-बार कहा- एक बार और इलाज कर दीजिए डॉ साहब जिस 23 वर्षीय युवक दिलेश्वर सोनवानी की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हुई उसके पिता भी वहां मौजूद थे. अस्पताल में जब डॉक्टर ने उसे मृत घोषित किया, उसके बाद भी बार-बार पिता ने डॉक्टरों के सामने गुहार लगाई कि एक बार और इलाज कर दीजिए शायद उसका बेटा जिंदा हो जाए.
पति की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई नवविवाहिता पति की मौत की सदमे से नवविवाहिता ने महुआडीह में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. कल ही आकाशीय बिजली की चपेट में आने से पति दिलेश्वर सोनवानी की मौत हुई थी. 21 वर्षीय सविता ने फांसी लगाकर की खुदकुशी कर ली. एक माह पहले ही शादी हुई थी.
अस्पताल में भर गए बेड, चारों तरफ चीख-पुकार बुर्जूडीह साप्ताहिक बाजार में आकाशीय बिजली गिरने की वजह से घायल हुए सभी लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शंकरगढ़ बलरामपुर में भर्ती कराया गया. यहां मौजूद inh संवादाता घनश्याम सोनी शुरू से इस पूरे मंजर को देखते रहे. उन्होंने बताया कि एक एंबुलेंस में पहले 3 मरीज अस्पताल पहुंचे. जिनमें से एक की मौत इलाज के दौरान हो गई. फिर 10 मिनट के बाद एंबुलेंस में सवार होकर पांच अन्य मरीज इलाज हेतु पहुंचे. जिनका इलाज शुरू किया गया लेकिन आधे घंटे बाद 3 मरीज और स्कॉर्पियो वाहन से अस्पताल पहुंचे. मरीजों की संख्या 11 हो चुकी थी और जिसमे में 2 ने दम तोड़ दिया था. अभी घायलों का उपचार चल ही रहा था और गंभीर रूप से घायलों को रेफर करने की अंबिकापुर तैयारी की जा रही थी कि दो अन्य घायल अस्पताल पहुंचे और आकाशीय बिजली की चपेट में आने से तीन की मौत की पुष्टि हो चुकी थी. 10 लोग घायल अस्पताल में थे. वहीं अस्पताल में अफरा-तफरी की स्थिति निर्मित हो गई थी. चारों तरफ चीख-पुकार मची थी. किसी को अपने खो जाने का गम था तो कोई अपनों की जान बचाने की गुहार लगा रहा था.
गर्म तेल की कड़ाही में गिरा एक बच्चा साप्ताहिक बाजार के जिस होटल में बारिश से बचने के लिए ग्रामीण छिपे हुए थे. होटल में गर्म तेल की कड़ाही में भजिया बन रहा था. आकाशीय बिजली गिरने के बाद एक 7 साल का बच्चा गर्म तेल की कढ़ाई में ही गिर गया और उसके शरीर के चमड़ी उधड़ गया. वाकई यह पूरा मंजर भयानक था. एसडीएम समेत तमाम अधिकारी पहुंचे घायलों का हाल जानने जैसे ही आकाशीय बिजली के संबंध में शंकरगढ़ SDM अजय किशोर लकड़ा को जानकारी मिली तत्काल वह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और घायलों का हाल उन्होंने जाना. चिकित्सकों को सख्त निर्देश दिए कि घायलों का उपचार सही तरीके से हो. उन्होंने कहा कि प्रशासन हर संभव मदद घायलों का करेगा. वही जनपद पंचायत बगीचा के सीईओ भी अस्पताल पहुंचे और एसडीएम और सीईओ ने गंभीर रूप से घायल के परिजनों को 5-5 हजार की तात्कालिक आर्थिक सहायता राशि भी प्रदान की. सीएम ने जताया गहरा दुःख घटना की जानकारी लगते ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी गहरा दुख व्यक्त किया. साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख आर्थिक सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की. वहीं घायलों के बेहतर उपचार हेतु उन्होंने जिला प्रशासन को भी निर्देश दिए.